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स्कूलों को खबर भी नहीं उनके नाम पर निकाल ली अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति, एनएसपी पोर्टल का काम देखने वाले कर्मचारियों को शोकॉज

रामगढ़ में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में गड़बड़ी की शिकायत के बाद धनबाद में भी इस तरह के गोरखधंधे का मामला सामने आया है. यहां अभी तक पांच स्कूल सामने आए हैं जिनके नाम से अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति का गोरखधंधा किया गया है. बरवाअड्डा के एक स्कूल के नाम पर 341 छात्रों के लिए इस सत्र में भी आवेदन किया जा चुका था. सभी ने मामले की शिकायत कर जांच की मांग की है.

Scam in minority scholarship in Dhanbad
धनबाद में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में घोटाला
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Published : Nov 2, 2020, 9:43 PM IST

Updated : Nov 3, 2020, 11:47 AM IST

धनबादः रामगढ़ में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में गड़बड़ी की शिकायत के बाद धनबाद में भी इस तरह के गोरखधंधे का मामला सामने आया है. यहां के प्राइवेट स्कूलों के नाम पर फर्जी तरीके से बच्चे दिखाकर छात्रवृत्ति हड़पे जाने का खुलासा होने पर हड़कंप मचा है. अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने इस मामले में सीएम से पीएम तक शिकायत भेजकर मामले की जांच की मांग की है. वहीं स्कूल संचालकों ने जिले के आला अधिकारियों से लेकर एसीबी तक से मामले की शिकायत की है. अभी तक सामने आए मामलों से छात्रवृत्ति घोटाला 100 करोड़ से ऊपर तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल शिकायत मिलने के बाद जिला कल्याण पदाधिकारी ने एनएसपी पोर्टल का कार्य देखने वाले दो कर्मचारियों को शोकॉज किया है, जिले के आला अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

देखें स्पेशल खबर
संचालकों को भी नहीं जानकारी निकल गए रुपये
अफसरों से शिकायत करने पहुंचे स्कूल संचालकों मॉडर्न पब्लिक स्कूल चिरकुंडा के सुनील कुमार मिश्रा, कर्नल पब्लिक स्कूल बाघमारा के प्रिंसिपल सुभाष रजक, संत जेवियर्स मिशन स्कूल बरवाअड्डा के घनश्याम साव ने बताया कि पांच से सात ऐसे प्राइवेट स्कूल के नाम सामने आए हैं, जिनके स्कूल से अल्पसंख्यक छात्रों के छात्रवृत्ति के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है. इनका कहना है कि उनको मामले का पता भी नहीं चला और जिन छात्रों ने स्कूल में एडमिशन तक नहीं कराया, स्कूल के नाम पर उनके नाम से राशि निकाली गई है. संचालकों का कहना है कि करीब दस से 12 हजार रुपये एक छात्र के लिए छात्रवृत्ति की राशि निर्गत की जाती है.

मामले की जांच की मांग

वित्तीय वर्ष 2019-20 में घोटाले का यह मामला सामने आने पर 5 स्कूल संचालकों ने लिखित शिकायत जिला कल्याण पदाधिकारी यानी जिले के नोडल ऑफिसर से की है. ईडन स्कूल गोविंदपुर,मॉडर्न पब्लिक स्कूल चिरकुंडा, संत जेवियर्स मिशन स्कूल बरवाअड्डा,और कर्नल पब्लिक स्कूल बाघमारा के संचालकों ने जिला कल्याण पदाधिकारी से लिखित शिकायत कर मामले की जांच की मांग की.

ये भी पढ़ें-झारखंड में छात्रवृत्ति घोटाला, फर्जीवाड़ा गिरोह ने डकारे छात्रों के हक के 23 करोड़ रुपए

इस सत्र में भी चल रहा था खेल
संचालकों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में भी फर्जीवाड़ा किए जाने की कोशिश थी पर खुलासा हो गया. संत जेवियर्स पब्लिक स्कूल बरवाअड्डा के प्रिंसिपल का कहना है कि इस स्कूल के मात्र 6 छात्रों का ही एडमिशन का अपडेट यू डायस पोर्टल पर अपलोड किया गया था. बताया कि जब अन्य छात्रों की डिटेल अपलोड करनी चाही तो पासवर्ड और ओटीपी काम नहीं किया. इसके बाद उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी से संपर्क किया. यहां आकर मालूम चला कि उनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर को हटाकर किसी दूसरे का मोबाइल नंबर डाल दिया गया है. बाद में फिर घनश्याम के मोबाइल नंबर को डाला गया, जब घनश्याम ने अपने मोबाइल नंबर से लॉग इन किया तो देखा कि कुल 341 छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. यह वाकया 4 से पांच दिन पहले का है. मतलब नए वित्तीय वर्ष में भी छात्रवृत्ति में सेंधमारी करने की प्रकिया पूरी हो चुकी थी.

ये भी पढ़ें-अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाला मामले की जांच तेज, सभी परतें खोलने में जुटी तीन सदस्यीय टीम

100 करोड़ से अधिक के घोटाले की आशंका
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महासचिव प्रवीण दुबे ने इस पूरे मामले को लेकर पीएम सीएम से लेकर तमाम आला अधिकारियों और एसीबी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि 100 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्ति की राशि का घोटाला हुआ है. 2019-20 से पूर्व में भी इस तरह के घोटाले की आशंका एसोसिएशन ने जताई है.झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिला सचिव मो. इरफान ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
जल्द होगा मामले का खुलासा
वहीं जिला कल्याण पदाधिकारी ने दयानंद दुबे ने कहा कि पांच स्कूल संचालकों द्वारा मामले की शिकायत की गई है. मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. एनपीआर पोर्टल पर कार्य करने वाले दो कर्मचारियों को इसके लिए शोकॉज किया गया है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.

धनबादः रामगढ़ में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति में गड़बड़ी की शिकायत के बाद धनबाद में भी इस तरह के गोरखधंधे का मामला सामने आया है. यहां के प्राइवेट स्कूलों के नाम पर फर्जी तरीके से बच्चे दिखाकर छात्रवृत्ति हड़पे जाने का खुलासा होने पर हड़कंप मचा है. अब प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने इस मामले में सीएम से पीएम तक शिकायत भेजकर मामले की जांच की मांग की है. वहीं स्कूल संचालकों ने जिले के आला अधिकारियों से लेकर एसीबी तक से मामले की शिकायत की है. अभी तक सामने आए मामलों से छात्रवृत्ति घोटाला 100 करोड़ से ऊपर तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल शिकायत मिलने के बाद जिला कल्याण पदाधिकारी ने एनएसपी पोर्टल का कार्य देखने वाले दो कर्मचारियों को शोकॉज किया है, जिले के आला अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

देखें स्पेशल खबर
संचालकों को भी नहीं जानकारी निकल गए रुपयेअफसरों से शिकायत करने पहुंचे स्कूल संचालकों मॉडर्न पब्लिक स्कूल चिरकुंडा के सुनील कुमार मिश्रा, कर्नल पब्लिक स्कूल बाघमारा के प्रिंसिपल सुभाष रजक, संत जेवियर्स मिशन स्कूल बरवाअड्डा के घनश्याम साव ने बताया कि पांच से सात ऐसे प्राइवेट स्कूल के नाम सामने आए हैं, जिनके स्कूल से अल्पसंख्यक छात्रों के छात्रवृत्ति के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है. इनका कहना है कि उनको मामले का पता भी नहीं चला और जिन छात्रों ने स्कूल में एडमिशन तक नहीं कराया, स्कूल के नाम पर उनके नाम से राशि निकाली गई है. संचालकों का कहना है कि करीब दस से 12 हजार रुपये एक छात्र के लिए छात्रवृत्ति की राशि निर्गत की जाती है.

मामले की जांच की मांग

वित्तीय वर्ष 2019-20 में घोटाले का यह मामला सामने आने पर 5 स्कूल संचालकों ने लिखित शिकायत जिला कल्याण पदाधिकारी यानी जिले के नोडल ऑफिसर से की है. ईडन स्कूल गोविंदपुर,मॉडर्न पब्लिक स्कूल चिरकुंडा, संत जेवियर्स मिशन स्कूल बरवाअड्डा,और कर्नल पब्लिक स्कूल बाघमारा के संचालकों ने जिला कल्याण पदाधिकारी से लिखित शिकायत कर मामले की जांच की मांग की.

ये भी पढ़ें-झारखंड में छात्रवृत्ति घोटाला, फर्जीवाड़ा गिरोह ने डकारे छात्रों के हक के 23 करोड़ रुपए

इस सत्र में भी चल रहा था खेल
संचालकों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में भी फर्जीवाड़ा किए जाने की कोशिश थी पर खुलासा हो गया. संत जेवियर्स पब्लिक स्कूल बरवाअड्डा के प्रिंसिपल का कहना है कि इस स्कूल के मात्र 6 छात्रों का ही एडमिशन का अपडेट यू डायस पोर्टल पर अपलोड किया गया था. बताया कि जब अन्य छात्रों की डिटेल अपलोड करनी चाही तो पासवर्ड और ओटीपी काम नहीं किया. इसके बाद उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी से संपर्क किया. यहां आकर मालूम चला कि उनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर को हटाकर किसी दूसरे का मोबाइल नंबर डाल दिया गया है. बाद में फिर घनश्याम के मोबाइल नंबर को डाला गया, जब घनश्याम ने अपने मोबाइल नंबर से लॉग इन किया तो देखा कि कुल 341 छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. यह वाकया 4 से पांच दिन पहले का है. मतलब नए वित्तीय वर्ष में भी छात्रवृत्ति में सेंधमारी करने की प्रकिया पूरी हो चुकी थी.

ये भी पढ़ें-अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाला मामले की जांच तेज, सभी परतें खोलने में जुटी तीन सदस्यीय टीम

100 करोड़ से अधिक के घोटाले की आशंका
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महासचिव प्रवीण दुबे ने इस पूरे मामले को लेकर पीएम सीएम से लेकर तमाम आला अधिकारियों और एसीबी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि 100 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्ति की राशि का घोटाला हुआ है. 2019-20 से पूर्व में भी इस तरह के घोटाले की आशंका एसोसिएशन ने जताई है.झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिला सचिव मो. इरफान ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
जल्द होगा मामले का खुलासा
वहीं जिला कल्याण पदाधिकारी ने दयानंद दुबे ने कहा कि पांच स्कूल संचालकों द्वारा मामले की शिकायत की गई है. मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. एनपीआर पोर्टल पर कार्य करने वाले दो कर्मचारियों को इसके लिए शोकॉज किया गया है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.

Last Updated : Nov 3, 2020, 11:47 AM IST

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